कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोविड पर हुई सभी रेल सेवाएं शुरू करवाने की मांग करते हुए रेलवे के जनरल मैनेजर को ज्ञापन सौंपा। 

उत्तराखंड रामनगर

BharatdastakNews Uttarakhand Ramnagar Report News Desk 

रामनगर – कोविड 19 के चलते रामनगर स्टेशन से संचालित होने वाली निरस्त रेल सेवाओं को अभी तक शुरू न किये जाने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा रेलवे के जीएम के सामने शुक्रवार को फूट पड़ा। 

पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोविड के नाम पर बन्द हुई सभी रेल सेवाएं शुरू करवाने की मांग करते हुए रेलवे के जनरल मैनेजर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान रावत की रेलवे सुरक्षा बल के साथ हल्की नोंक-झोंक भी हुई। मामला तूल पकड़ते देख जीएम पन्त ने रेलवे परिसर पर आते हुए कार्यकर्ताओं का ज्ञापन लिया।

शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता अध्यक्ष रणजीत रावत के नेतृत्व में जोरदार नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यालय से नागा मन्दिर रोड, धर्मशाला होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां उन्होंने रेलवे के जनरल मैनेजर आशुतोष पन्त को अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन देते हुए कहा कि रामनगर एक मुख्य पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ ही कुमाउं व गढ़वाल के पर्वतीय क्षेत्रों को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाला एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। कोविड से पूर्व इस स्टेशन से दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में आवागमन की रेल सुविधा थी। जिसे कोविड के दौरान रेलवे द्वारा स्थगित कर दिया गया। कोविड का प्रकोप कम होने के बाद रेलवे द्वारा कुछ सेवाओं को शुरू किया गया है। लेकिन कई अन्य महत्त्वपूर्ण सेवाएं अभी भी बंद हैं। जिसके चलते को यात्रियों परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके साथ ही रामनगर को व्यापारिक क्षति भी उठानी पड़ रही है। 

 जनहित में रेलवे द्वारा रामनगर-मुरादाबाद-रामनगर, रामनगर-लखनऊ-रामनगर, रामनगर-दिल्ली-रामनगर, रामनगर-हरिद्वार-रामनगर, रामनगर-देहरादून-रामनगर को आरम्भ करते हुए रेलवे स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करवाया जाए। जिससे जनता को सुविधा मिलने के साथ ही रेलवे के राजस्व में बढ़ोतरी हो सके। 

इस मौके पर रावत के साथ ज्ञापन देने वालों में डीसी हरबोला, देशबन्धु रावत, किशोरी लाल, दीपक मसीह, ममता आर्य, हरिप्रिया सती, विमला आर्य,सरिता टम्टा, विनय पलड़िया, धीरज सती, लईक अहमद सैफी, आफाक हुसैन, निशांत पपनै,बाबर खान, महेंद्रप्रताप सिंह बिष्ट, ओमप्रकाश आर्यवंशी, सुमित तिवारी, अनिल अग्रवाल खुलासा, अतुल अग्रवाल, भरत रावत, फरीद अख्तर, बबलू तिवारी, भुवन डंगवाल, चंदू उप्रेती, प्रकाश चन्द्र, एनडी पन्त, नारायण पाण्डे, पूरन पलड़िया, प्रकाश पलड़िया, ओमप्रकाश पलड़िया, तारादत्त बेलवाल, दीपक जोशी, कुन्दन नेगी, नजाकत अली, गोपाल रावत, हेमन्त बेलवाल, आसिफ, पंकज पान्डे, सुमित तिवारी, दीपू  सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।