BharatdastakNews Uttarakhand Nainital Report News Desk
नैनीताल – सरोवर नगरी नैनीताल में शारदीय नवरात्र के अवसर पर 11 अक्टूबर से आयोजित 65 वें दुर्गा महोत्सव का शुक्रवार को दशमी के दिन विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद समापन हो गया।
इस दौरान बंगाली, कुमाऊँनी महिलाओं ने बंगाली परम्परा के अनुसार माँ दुर्गा की परिक्रमा कर पूजा अर्चना की और सिंदूर चढ़ाया। जिसके बाद सभी महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर का टीका लगाकर सिंदूर का खेल खेला। इसके साथ ही ढोल नगाड़ों की थाप में महिलाओं ने जमकर नृत्य किया।
इस दौरान मन्दिर जय माँ दुर्गा के जयकरों व घण्टियों की आवाज से गूंज उठा। जिसके बाद भक्तों ने मां दुर्गा के डोले की मन्दिर में परिक्रमा कर नैनीझील में माँ दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जित किया। मां को विदाई देने के लिए नयना देवी मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा और भक्तों ने आखरी दिन मां दुर्गा को भावभीनी विदाई दी।
बता दें कि इस वर्ष भी कोविड के चलते बीते वर्ष की भांति माँ दुर्गा के डोले का नगर भृमण नही किया गया और मन्दिर परिसर में ही मूर्तियों की परिक्रमा कर नैनी झील में मूर्तियों को विसर्जित किया गया।
इस दौरान अध्यक्ष चन्दन कुमार दास, उपाध्यक्ष त्रिभुवन फर्त्याल, महासचिव नरदेव शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, तृप्ति गुहा, दिनेश भट्ट, उमेश मिश्रा, शिवराज नेगी आदि मौजूद रहें।