देवस्थान बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहित ने बैठक कर निर्णय लिया देवस्थानम बोर्ड भंग ना नहीं किया तो चुनाव में करेंगे विरोध।

उत्तराखंड हरिद्वार

BharatdastakNews Uttarakhand Haridwar Report News Desk 

हरिद्वार  – अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने हरिद्वार के श्रीराधाकृष्ण धाम में एक बैठक आयोजन किया। बैठक में उत्तराखंड के चारधाम के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बनाये गए देवस्थानम बोर्ड का विरोध करते हुए तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को चेतावनी दे कि अगर सरकार ने जल्द ही देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किया तो तीर्थ पुरोहित खुद अपने यजमानों सहित चुनावों में भाजपा का विरोध करेंगे।

 अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा द्वारा आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि चार धाम तीर्थ पुरोहित महासभा द्वारा बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री चार धाम के अलावा उत्तराखंड के अन्य पवित्र स्थलों पर देवस्थानम बोर्ड की स्थापना का विरोध और उसे भंग करने की मांग का महासभा पूरा समर्थन करती है।

देवस्थानम बोर्ड के संबंध में भारतीय सिर्फ रोज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित महेश पाठक ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखंड के तीर्थ पुरोहित का बिल लंबे समय से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग करते चले आ रहे हैं लेकिन दो-दो मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी उनकी मांग को नहीं माना जा रहा है इसलिए अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने निर्णय लिया है कि पूरे भारत के पुरोहित एक साथ हैं और पूरे भारतवर्ष से एकत्र होकर उनके समर्थन के लिए जो भी हो सकेगा वह करेंगे।

 उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे सरकार को बदलने का भी काम करेंगे और अगर फिर भी भाजपा की सरकार आती है तो उनका संघर्ष लगातार जारी रहेगा।

 बैठक में चार धाम तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जब तक सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं करती है तब तक प्रदेश सरकार का विरोध जारी रहेगा और भाजपा की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का कार्य भी तीर्थ पुरोहित करेंगे और इतने पर भी अगर सरकार नहीं चहती है तो पुरोहितों द्वारा भाजपा के विधायकों और मंत्रियों का स्वागत गणित के गणित वस्तुओं द्वारा किया जाएगा और उनके चार धाम में प्रवेश का भी विरोध किया जाएगा।