आयुक्त/सचिव मा. मुख्यमंत्री दीपक रावत ने मण्डल के सभी जिलाधिकारियों को आदेशित किया है कि दीपावली के पर्व पर प्रायः यह देखा गया है कि पशुओं के साथ क्रूरता का व्यवहार किया जाता है कुत्ते अथवा गधे की पूंछ पर पटाखे बांधकर फोडे जाते हैं जो पशुओं के लिए बहुत की कष्टदायक होता है, जिससे न केवल पशुओं को चोट पहुंचती है, साथ ही जान का खतरा भी उत्पन्न हो जाता है, जो कि अत्यधिक निदंनीय है। वहीं दूसरी ओर आतिशबाजी से होने वाले प्रदूषण से पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि दीपावली के पर्व पर इस बात पर गम्भीरता से ध्यान दिया जाय कि गली मौहल्लों में आतिशीबाजी के दौरान किसी भी पशुजानवार को कोई नुकसान न होने पाये। श्री रावत ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा आतिशबाजी से किसी पशु को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो सम्बन्धित के विरूद्ध पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के अन्तर्गत कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होने जनपद स्तरीय पशु क्रूरता निवारण समिति को इस प्रकार की घटनांए रोकने हेतु पूर्व में सचेत रहने के निर्देश दिये हैं।