वन विभाग की बड़ी कामयाबी, 6 मोटरसाइकिलो से 2 लाख से अधिक कीमत की खैर पकड़ी

उत्तराखंड रामनगर

रिपोर्ट- संजय सिंह कड़ाकोटी
बैलपड़ाव- आबादी से सटे जंगलों में अक्सर कीमती लकड़ियों की तस्करी की खबर मिलते रहती है। वन विभाग द्वारा जंगलों की पहरेदरी बढ़ाने के बाद भी लकड़ी तस्करों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रामनगर वन विभाग के बैलपड़ाव रेज का सामने आया है। जंहा आधे दर्जन से अधिक तस्कर जंगल में खैर की तस्करी करने गए थे,मगर वन विभाग की टीम ने मोके पर पहुंच तस्करों से कीमती लकड़ी बरामद कर ली ।

तराई पश्चिमी डीएफओ बलवंत साही ने बताया कि दिनाँक 01-02 मार्च की रात्रि पूर्वी गैबुआ प्लाट संख्या 38 वन विकास निगम की पातन लौट से मोटरसाईकिलों के द्वारा चोरी कर ले जा रहे खैर करीब 25 कुंतल जिसका बाज़ार मूल्य करीब 200000 रूपया है को बैलपड़ाव राजि वन कर्मियों द्वारा पकड़ कर अभिरक्षा में लिया गया।कार्यवाही के दौरान एक तस्कर सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा पुत्र सुबेग सिंह निवासी केलाबन्दवारी को भी मौके से पकड़ा गया।इसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए लेकिन वन कर्मियों द्वारा अपनी सूझबूझ व बहादुरी से 06 मोटरसाइकिलों को कब्जे में ले लिया।अभिरक्षा में लिए अभियुक्तों व वाहन उपरोक्त के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 के अंतर्गत विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। बैलपड़ाव रेंज के वन क्षेत्रा अधिकारी संतोष पंत ने अपनी टीम की प्रसंशा की व लकड़ी तस्करों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वन आरक्षी क्षेत्रो से तस्करी करने वालो को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्यवाही में वन दरोगा इंदरलाल, वन रक्षक शुभम रावत(हनी),हीरा पांडेय,गोविंद सिंह,सूरज कश्यप,आनंद बोरा आदि वन कर्मी सम्मिलित रहे।